जगदीश शर्मा सहज
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1 Oct 2021 08:04 PM
बहुत बढ़िया रचना आदरणीय ,नमन पितरों को
हमारे पुरखों ने हमको, कई सिद्धांत सिखाए हैं।
उन्हीं के पथ पर चलकर के यहां तक हम तो आए हैं।।
सभ्यता संस्कृति अपनी हमेशा याद रखनी है।
तभी सम्मान पाएंगे सभी से आस लगाए हैं।।