अना की ज़द में रिश्ते काफ़ूर हुए , दिल टूट कर मायूस मजबूर हुए , कल तक जिन्हें नाज़ था हम रहने पर , वो सब मैं के हाथों मा’ज़ूर हुए , श़ुक्रिया !
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धन्यवाद।
अना की ज़द में रिश्ते काफ़ूर हुए ,
दिल टूट कर मायूस मजबूर हुए ,
कल तक जिन्हें नाज़ था हम रहने पर ,
वो सब मैं के हाथों मा’ज़ूर हुए ,
श़ुक्रिया !