भाव यही है ,स्वभाव यही है। सही सही आपने कही है। राष्ट्र का निर्माण हो, जन जन का कल्याण हो। नीति शिक्षक की यही तो रही है।
भाव यही है ,स्वभाव यही है।
सही सही आपने कही है।
राष्ट्र का निर्माण हो,
जन जन का कल्याण हो।
नीति शिक्षक की यही तो रही है।