Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Sep 2021 12:11 AM

मिलने आ रहा आपसे बहुत जल्द ही !
आप दर्द कुछ अपनी बताना तो सही !!
दो कदम चलकर आ रहा हूॅं मैं खुद ही !
पता अपना लिखकर रखना तो सही !!
उदासी को भगाकर ख़ुशहाल ज़िंदगी की ,
यह रचना भावपूर्ण भी है और खूबसूरत भी !!
शुक्रिया अदा कैसे करूॅं आपका,बताना तो सही !!

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
27 Sep 2021 10:57 AM

शुक्रिया महोदय???

Loading...