सत्य कुमार प्रेमी
Author
17 Oct 2021 10:09 PM
धन्यवाद आदरणीय, हार्दिक आभार??
ज़िंदगी ज़िंदादिली को कहते हैं , वरना ज़िंदगी के नाम पर ज़िंदा लाश को ढोते बहुत देखे हैं ,
श़ुक्रिया !?