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दिल से दिल तक एहसास की राह होती है,
दिलो जाँ से बढ़कर ऱुह में पैब़स्त चाह होती है ,
लाख मुखौटों से छुपा ले ये ज़माना ,
हक़ीक़त तो नज़रों से बयाँ होती है ,
श़ुक्रिया !

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15 Sep 2021 09:32 PM

आभार आदरणीय प्रणाम ??

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