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राहे एहसास में पथराव बहुत हैं मुमकिन ,
शीशा -ए- दिल को झरोखों में सजाया ना करो,
श़ुक्रिया !

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8 Sep 2021 06:42 PM

वाह लाजवाब आदरणीय

श़ुक्रिया !

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