आप जैसे प्रबुद्ध साहित्यकारों के सानिंंध्य में सीखने की कोशिश कर रहा हूं। किसी भाषा को सीखने एवं समझने के लिए जिज्ञासा एवं लगन की आवश्यकता होती है । यदि प्रयास किया जाए तो सब कुछ संभव है । प्रोत्साहन का साधुवाद !
आप जैसे प्रबुद्ध साहित्यकारों के सानिंंध्य में सीखने की कोशिश कर रहा हूं। किसी भाषा को सीखने एवं समझने के लिए जिज्ञासा एवं लगन की आवश्यकता होती है । यदि प्रयास किया जाए तो सब कुछ संभव है ।
प्रोत्साहन का साधुवाद !