श्रीमान – मैं भी इस भारत में रहती हूँ, ध्यान रहे… किसी भी रचनाकार की; हर रचना उसकी भोगी हुई अवस्था का द्योतक है। ये रचना काल्पनिक नही है!
श्रीमान –
मैं भी इस भारत में रहती हूँ, ध्यान रहे… किसी भी रचनाकार की; हर रचना उसकी भोगी हुई अवस्था का द्योतक है। ये रचना काल्पनिक नही है!