धर्म कोई भी हो पाखंड तो पाखंड है। अगर यह पाखंड सभी धर्मों में है तो सभी कुछ पाखंड है मेरा मुद्दा तो सिर्फ धार्मिक आडंबर को खत्म करना, पाखंड को खत्म करना सच्ची भक्ति स्थापित करना है। धर्म कोई भी हो किंतु कर्म एक हो आपसी सद्भावना आपसी प्रेम समन्वय की भावना, यही धर्म है।
धर्म कोई भी हो पाखंड तो पाखंड है। अगर यह पाखंड सभी धर्मों में है तो सभी कुछ पाखंड है मेरा मुद्दा तो सिर्फ धार्मिक आडंबर को खत्म करना, पाखंड को खत्म करना सच्ची भक्ति स्थापित करना है। धर्म कोई भी हो किंतु कर्म एक हो आपसी सद्भावना आपसी प्रेम समन्वय की भावना, यही धर्म है।