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बहुत ख़ूब ! खुश़ाम़दीद !
ज़ेहन में बसी जो तस्वीर मिटाए नही मिटती , बीते खुश़गवार लम्ह़ों की यादें भुलाए नही भूलती , ग़मे ग़र्दिश- ए -दौराँँ मैं दो पल खुशी से जी लेते हैं , उन बीती यादों के सहारे ये ज़िंदगी बसर कर लेते हैं , श़ुक्रिया !

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30 Aug 2021 07:05 PM

शुक्रिया

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