मुझे हिन्दू होने पर गर्व है.. आपके जैसी सड़ी गली कचरे की पेटी जैसे वामपंथी मानसिकता जैसे लोग हजारों आये हजारों आएंगे लेकिन सनातन धर्म को आप जैसे लोग पहले भी कोशिश कर चुके..आगे भी करेंगे..लेकिन कर कुछ नही पाएंगे…आप तो चीज ही क्या हो..तुकबन्दी करके अपनी जमात ओर मौलवी जमात को खुश करने वाले चाटुकार…जिसे न साहित्य शब्द का पता ओर न ही उसकी परिभाषा का…जिसे काव्य के नियम का पता नही सिर्फ उल जुलूल कुछ भी नफरत फैलाने ओर समाज में जहर घोलने की बातें करता है…
ऐसा तथाकथित साहित्य जिसमे न लेखनी न वर्तनी न विचार न भाव न ही सशक्त अभिव्यक्ति ..
ऐसे साहित्य पर थूकना भी थूक को अपमानित करना है…
जय भारत
जय श्री कृष्ण…
जय संविधान
मुझे हिन्दू होने पर गर्व है.. आपके जैसी सड़ी गली कचरे की पेटी जैसे वामपंथी मानसिकता जैसे लोग हजारों आये हजारों आएंगे लेकिन सनातन धर्म को आप जैसे लोग पहले भी कोशिश कर चुके..आगे भी करेंगे..लेकिन कर कुछ नही पाएंगे…आप तो चीज ही क्या हो..तुकबन्दी करके अपनी जमात ओर मौलवी जमात को खुश करने वाले चाटुकार…जिसे न साहित्य शब्द का पता ओर न ही उसकी परिभाषा का…जिसे काव्य के नियम का पता नही सिर्फ उल जुलूल कुछ भी नफरत फैलाने ओर समाज में जहर घोलने की बातें करता है…
ऐसा तथाकथित साहित्य जिसमे न लेखनी न वर्तनी न विचार न भाव न ही सशक्त अभिव्यक्ति ..
ऐसे साहित्य पर थूकना भी थूक को अपमानित करना है…
जय भारत
जय श्री कृष्ण…
जय संविधान