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19 Aug 2021 07:56 PM

सुंदर
जो ठान लिया सो ठान लिया हमने भी तुमको मान दिया।
लिखो खूब और आगे बढ़ो, नव सृजन के स्वप्न गढ़ो,
______???______

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3 Sep 2021 06:42 PM

तह-ए-दिल से बहुशः आभार आदरणीय भाई साहब!

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