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14 Aug 2021 06:35 PM

उत्तम कृति
आजादी
जिसको मिलनी थी, वो पा ना सका।
जिसको हासिल है, हक कभी कमा ना सका।
आजादी की मुनादी का दिन आ गया फिर से,
मजमा, भाषण, वादे के सिवा कुछ ला न सका।
पर फिर भी आजाद भारत मे हर एक सांस के लिए पूर्वजो का शुक्रिया

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सत्य वचन ,धन्यवाद जी ,

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