ओनिका सेतिया 'अनु '
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5 Aug 2021 08:40 PM
धन्यवाद जी
सच यही है । इस कलयुग में हमें पग-पग पर अति सतर्क रहने की ज़रूरत है कि कौन , कब
किसे छल ले, विश्वास घात कर बैठे। कहाॅं पे आस्तीन के साॅंप निकल जाए दोस्तों, हर पल चौकन्ना रहें आप ! लोगों को जीवन में सदैव सतर्क और सचेत रहने की जरूरत बताते हुए बहुत सुंदर रचना का सृजन आपकी कलम से हुआ है। धन्यवाद !