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5 Aug 2021 08:00 PM

वाह, जो गलतियाॅं करते हैं वही पूछते प्रश्न !
जब वो कत्ल करके आते तभी मनाते जश्न !!
आज का ज़माना बदल गया है सिखाना है इन्हें सबक ! नैतिकता तो गॅंवा बैठे हैं, फिजूल में करते ये बहस !! जो कुछ हो, भावपूर्ण कविता लिखी हैं आपने ग़ज़ब !!!

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5 Aug 2021 08:27 PM

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