Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

हम वफ़ा निभाते रहे बावफ़ा होकर ,
ग़र वो बेवफ़ा निकले फ़ितरत की बात है ,
श़ुक्रिया !

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
21 Jul 2021 08:41 PM

वाह सर???धन्यवाद?

Loading...