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20 Jul 2021 07:58 AM

अतिसुन्दर सृजन
दो लाइने मेरी स्वीकार करें
सुख के दीवान पर बैठा, तो कहता ये सब मेरी मेहनत,
जब गम ने मोहलत न दी तब खुदा याद आया।

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अति उत्तम ,सहयोग देने और रचना पसंद करने हेतु धन्यवाद

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