11 Jul 2021 01:10 PM
?हार्दिक आभार, प्रो0 अनिल। सटीक टिप्पणी करना आपकी विशेषता है, वैसे मुँशी प्रेमचंद की तो हम चरण-रज भी नहीं, यद्यपि आप बिलकुल सही हैं कि कहानी लिखने की शैली अवश्य उनसे मेल खाती है।??
?हार्दिक आभार, प्रो0 अनिल। सटीक टिप्पणी करना आपकी विशेषता है, वैसे मुँशी प्रेमचंद की तो हम चरण-रज भी नहीं, यद्यपि आप बिलकुल सही हैं कि कहानी लिखने की शैली अवश्य उनसे मेल खाती है।??
मुंशी प्रेमचंद का पुनर्जन्म! सुंदर!
निर्बल को न सताइये,……