कविराज प्रांजल
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26 Jul 2021 10:41 AM
Thanks
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वाह प्रांजल । मैंने बोल दिया, एक, दो, तीन, चार ।
अब तुम जल्दी से कर लो ब्रिज पार ।। तुमने तो कर दिया एक चमत्कार। अपने शब्दों से तुम कर दो एक और प्रहार। चारों ओर ही तब आ जाएगी बहार। और होगा चारों ओर ही तेरा जय जयकार ।। देखता रह जाएगा तुझे एकटक ये संसार । समीक्षा हेतु करना अवश्य मेरा आभार ।। शुभ आशीर्वाद ।।