नमस्कार जी, कुणडिया एक दोहा और एक रोला छंद से बनती है । मात्रा भार 24 होता है ,जिस शब्द से प्रारंभ करते हैं अंत उसी शब्द से होता है ।
नमस्कार जी,
कुणडिया एक दोहा और एक रोला छंद से बनती है । मात्रा भार 24 होता है ,जिस शब्द से प्रारंभ करते हैं अंत उसी शब्द से होता है ।