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27 Jun 2021 09:09 PM

सच यही है कि दूध का जला छाॅंछ भी फूंक-फूंक कर पीता है । अनुभव ही ऐसी चीज है कि जीवन में आगे की राह निर्धारित करती है । सुंदर अभिव्यक्ति ।।

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