हमारे देश में भीड़ की मनोवृत्ति एवं अंधश्रृद्धा के चलते इस प्रकार की घटनाएं हो रहीं हैं।
कुत्सित मंतव्यों वाले तथाकथित साधु संत इसका फायदा उठाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे है । जब तक जनसाधारण में इनके विरुद्ध जागृति उत्पन्न नहीं की जाएगी तब तक इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहेगी।
हमारे देश में भीड़ की मनोवृत्ति एवं अंधश्रृद्धा के चलते इस प्रकार की घटनाएं हो रहीं हैं।
कुत्सित मंतव्यों वाले तथाकथित साधु संत इसका फायदा उठाकर अपना स्वार्थ सिद्ध कर रहे है । जब तक जनसाधारण में इनके विरुद्ध जागृति उत्पन्न नहीं की जाएगी तब तक इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति होती रहेगी।
धन्यवाद !