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25 Jun 2021 09:53 PM

बहुत सुंदर ये कल्पना !
लिख दिया है सुंदर रचना !
कहीं फिर आए ऐसा सपना !
तो फिर ऐसी ही कुछ करना !
जब यकायक नींद से जगना ।
तो पूरे पूरे होश में ही रहना !
पछताना पड़ जाएगा वरना !!

सपना जब आए बकवास !
तो वो होती हैं कुछ ख़ास !
सपनों में आई ऐसी घटना !
रह जाती हैं हर दिन याद !!

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बहुत सुंदर, रचना के विवेचना के लिये एक रचना। पाठक के हास्य और सीख के लिए लिखी गई रचना अपने उद्देश में सफल होती जान पर रही है। उम्मीद है आप भाव को समझ पाए होंगे और आपको ये रचना पसंद आई। प्रणाम

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