जो असल में माता है, उसमे करोड़ों तो सही रूप में माता का कर्तव्य निभा नही पा रही, ऊपर से आप हर नारी को माता का दर्जा देने की बात कर रहें है।
अब वो प्राचीन काल वाली बात गई।
हां हर स्त्रीवर्ग को नारी बनने की कोशिश जरूर करनी चाहिए।
नारी बहुत व्यापक शब्द है।
मुझे तो लाखों में दो चार नारी ही दिखती आज कल।
जो असल में माता है, उसमे करोड़ों तो सही रूप में माता का कर्तव्य निभा नही पा रही, ऊपर से आप हर नारी को माता का दर्जा देने की बात कर रहें है।
अब वो प्राचीन काल वाली बात गई।
हां हर स्त्रीवर्ग को नारी बनने की कोशिश जरूर करनी चाहिए।
नारी बहुत व्यापक शब्द है।
मुझे तो लाखों में दो चार नारी ही दिखती आज कल।