सादर प्रणाम भाइसाहब !
जिंदगी के सफर में खो गए थे इसलिए थोड़ा दूर हो गए थे जरूर सजायेंगे हर टूटे सपने होंगे गर आपके जैसे अपने।
सादर धन्यवाद!
सादर प्रणाम भाइसाहब !
जिंदगी के सफर में खो गए थे
इसलिए थोड़ा दूर हो गए थे
जरूर सजायेंगे हर टूटे सपने
होंगे गर आपके जैसे अपने।
सादर धन्यवाद!