पंकज कुमार कर्ण
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16 Jun 2021 02:18 PM
वाह,! क्या बात है।
हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब,
इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।?