राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
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17 Jun 2021 12:56 PM
जी धन्यवाद
अकेला हूं मैं हमसफर ढूंढता हूं ,
मोहब्बत की मै रहगुजर ढूंढता हूं ,
किसी को मैं शामो सहर ढूंढता हूं ,
अकेला हूं मैं हमसफर ढूंढता हूं,
कहां जाऊं वीरान है मेरी राहें ,
किसी को ना अपना सकींं मेरी आहें ,
मैं आहों में अपनी असर ढूंढता हूं ,
अकेला हूं मैं हमसफर ढूंढता हूं ,
श़ुक्रिया !