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प्यार nature and scope बहुत बड़ा है,
ये कविता सिर्फ यारी पे खड़ा है।
मां , बाप , बच्चे, से प्यार, प्रकृति से प्यार, देश से प्यार, यहां तक कि पशु से भी प्यार निः स्वार्थ ही होता प्रायः।

वैसे कोशिश अच्छी है।???

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15 Jun 2021 09:04 PM

अच्छा, अगली कड़ी में… धन्यवाद !

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