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Comments on माँ तू है दुःख कबहूँ न होई
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Kuldeep Kaur
सन्दर्भ मिश्र 'फ़क़ीर'
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12 Nov 2018 08:48 AM
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मत के मोहताज़ नहीं लफ्ज़ उनके,
तारीफ़ फिर भी फ़नकार की ज़रूरत है।
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मत के मोहताज़ नहीं लफ्ज़ उनके,
तारीफ़ फिर भी फ़नकार की ज़रूरत है।