लबों को आज सजने दो। गीतों पे साज बजने दो। झूमेगा नाचेगा मन मयूरा। मोहब्ब्त के बादल गरजने दो।। प्रणाम आदरणीय??
लबों को आज सजने दो।
गीतों पे साज बजने दो।
झूमेगा नाचेगा मन मयूरा।
मोहब्ब्त के बादल गरजने दो।।
प्रणाम आदरणीय??