अंजनीत निज्जर
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3 May 2021 06:27 PM
बहुत ख़ूब?? शुक्रिया
कोई नजरों से दूर है, फिर भी दिल के करीब है,
कोई नजरों से पास रहकर भी दिल से दूर है,
दिल से दूरियाँँ नजदीकियाँँ , चाहत से बनती हैंं ,
वरना बिन चाहत,रिश्ते निभाने से दूरियाँँ रहतींं हैंं
श़ुक्रिया !