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Comments on खड़ा दास द्वार खड़ा -- मनहरण घनाक्षरी
In reply to
Jaikrishan Uniyal
Rajesh vyas
Author
27 Apr 2021 10:01 AM
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परमात्मा के शिवाय इस संसार में भरोसा करें तो किस पर।
प्रणाम आदरणीय।
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परमात्मा के शिवाय इस संसार में भरोसा करें तो किस पर।
प्रणाम आदरणीय।