Shubha Mehta
Author
3 Nov 2018 05:04 PM
बहुत-बहुत धन्यवाद ।
बहुत सुंदर कविता। ?
दोनों घरों में भूख मिटाने की जंग है,
फ़र्क़ है तो बस इतना कि ,
कहीं हाथ में है जग ,
और , कहीं हाथ तंग है।