Phoolchandra Rajak
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23 Mar 2021 10:16 AM
बहुत सुंदर कम से कम आपने तो और समझा भी बस , लेकिन हम नसमझते हुए भी लोग बहस पर उतारू हो जाते हैं।यह हमारे देश की विडम्बना है । मुझे बहुत अच्छा लगा पढ़ा धन्यवाद आपका जी
ग्रामीण क्षेत्रों में परंपरा एवं जातिवाद का बोलबाला है वह भी इन क्षेत्रों में विकास के लिए बाधक सिद्ध होता है।
जनतांत्रिक प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन की आवश्यकता है। एवं जनमानस में निस्वार्थ सेवा भाव एवं राष्ट्र के विकास हेतु समर्पण भाव की मानसिकता को जागृत करना होगा , तभी कुछ सकारात्मक परिणाम संभव हो सकेंगे।
धन्यवाद !