समाज के प्रत्येक वर्ग को गरीब एवं शोषित के प्रति संवेदनशीलता एवं सहृदयता युक्त जागृत मनस से उनके कल्याण हेतु प्रयास करना पड़ेगा। केवल शासन व्यवस्था पर निर्भर रहने से हल नहीं निकलेगा।
अपनी सामर्थ्य केअनुसार हर व्यक्ति को गरीबों के उत्थान के कल्याणकारी कार्यो में योगदान प्रदान करने की आवश्यकता है।
समाज के प्रत्येक वर्ग को गरीब एवं शोषित के प्रति संवेदनशीलता एवं सहृदयता युक्त जागृत मनस से उनके कल्याण हेतु प्रयास करना पड़ेगा। केवल शासन व्यवस्था पर निर्भर रहने से हल नहीं निकलेगा।
अपनी सामर्थ्य केअनुसार हर व्यक्ति को गरीबों के उत्थान के कल्याणकारी कार्यो में योगदान प्रदान करने की आवश्यकता है।