पल्लव जी, जब आप इस प्रतियोगिता की विजेता सूची में हैं ही नहीं तो आपको प्रमाण पत्र कैसे मिल सकता है। कृपया सही से नियम पढ़ें और कोई अफवाह ना फैलाएं।
और हम नहीं समझ पा रहे यहाँ कौन सा धन संग्रह चल रहा है। प्रतियोगिता में प्रतिभागिता का कोई मूल्य नहीं लिया जा रहा, पुरस्कार भी दिए जा रहे हैं और अगर किसी प्रतियोगिता में रचनाकारों की रचनाओं का विश्व स्तरीय संग्रह प्रकाशित किया जा रहा है तो उसे लेना भी ऐच्छिक है। आप ही समझ सकते हैं कि आप हमारी टीम की इतनी मेहनत का अपमान क्यों कर रहे हैं। यह एक साहित्यकार होने का परिचायक नहीं है।
पल्लव जी, जब आप इस प्रतियोगिता की विजेता सूची में हैं ही नहीं तो आपको प्रमाण पत्र कैसे मिल सकता है। कृपया सही से नियम पढ़ें और कोई अफवाह ना फैलाएं।
और हम नहीं समझ पा रहे यहाँ कौन सा धन संग्रह चल रहा है। प्रतियोगिता में प्रतिभागिता का कोई मूल्य नहीं लिया जा रहा, पुरस्कार भी दिए जा रहे हैं और अगर किसी प्रतियोगिता में रचनाकारों की रचनाओं का विश्व स्तरीय संग्रह प्रकाशित किया जा रहा है तो उसे लेना भी ऐच्छिक है। आप ही समझ सकते हैं कि आप हमारी टीम की इतनी मेहनत का अपमान क्यों कर रहे हैं। यह एक साहित्यकार होने का परिचायक नहीं है।