आपका नाम तो इस प्रतियोगिता की विजेता सूची में नहीं है।
मुझे भी नहीं मिला
30 वोट पाने वालो को सर्टिफिकेट नही दिया जाएगा
कृपया इस प्रतियोगिताके नियम पढ़ें।
पढ़ लिए। पहली बार कोरोना की प्रतियोगिता में ही पता चल गया था कि किस तरह साहित्य के नाम पर रचनाओं को बिना कागज दिए अपना बनाया जा रहा है….न रचनाकार को पुस्तक मिलती है न ही पीडीएफ। उसके बाद इस प्रतियोगिता ने और स्तर बता दिया कि प्रमाण पत्र तक अब उपलब्ध नहीं। वो भी e। दो बार के अनुभव के बाद इस मंच से दूर हो रहा हूँ जहां पैसे को अधिक महत्व है रचनात्मकता को नहीं। मौलिक भी चाहिए पर उसके बदले किसी भी प्रकार का प्रोत्साहन नहीं। दुखद है इस तरह के साहित्यिक धनसंग्रह चल रहे हैं। प्रणाम?
पल्लव जी, जब आप इस प्रतियोगिता की विजेता सूची में हैं ही नहीं तो आपको प्रमाण पत्र कैसे मिल सकता है। कृपया सही से नियम पढ़ें और कोई अफवाह ना फैलाएं।
और हम नहीं समझ पा रहे यहाँ कौन सा धन संग्रह चल रहा है। प्रतियोगिता में प्रतिभागिता का कोई मूल्य नहीं लिया जा रहा, पुरस्कार भी दिए जा रहे हैं और अगर किसी प्रतियोगिता में रचनाकारों की रचनाओं का विश्व स्तरीय संग्रह प्रकाशित किया जा रहा है तो उसे लेना भी ऐच्छिक है। आप ही समझ सकते हैं कि आप हमारी टीम की इतनी मेहनत का अपमान क्यों कर रहे हैं। यह एक साहित्यकार होने का परिचायक नहीं है।
साहित्यपीडिया के द्वारा अभी तक मुझे प्रशस्ति पत्र प्राप्त नहीं हो सका है । वजह का कोई ईमेल भी नहीं किया गया और ना कारण ही बताया गया है क्यों ?