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याद में तेरी जाग जाग के हम रात भर करवटें बदलते हैं ,
हर घड़ी तेरी उल्फ़त के धीमे धीमे च़राग़ जलते हैं ,

श़ुक्रिया !

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21 Feb 2021 08:27 PM

शुक्रिया

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