Minal Aggarwal
Author
21 Feb 2021 08:27 PM
शुक्रिया
शुक्रिया
याद में तेरी जाग जाग के हम रात भर करवटें बदलते हैं ,
हर घड़ी तेरी उल्फ़त के धीमे धीमे च़राग़ जलते हैं ,
श़ुक्रिया !