सिस्टम पर भारी प्रहार सिस्टम पर रबर सा यार, करे कितने भी प्रहार,, बिगड़े क्या उसका यार,,, ,,,बढ़िया है आदरणीय कवि रमेश राज जी,,
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सिस्टम पर भारी प्रहार
सिस्टम पर रबर सा यार,
करे कितने भी प्रहार,,
बिगड़े क्या उसका यार,,,
,,,बढ़िया है आदरणीय कवि रमेश राज जी,,