बहुत सुंदर रचना सोनी सिंह जी। वास्तव में तो नारी पूर्ण है उसकी सहृदयता है कि वो पुरुष को भी पूर्ण बनाती है। आपके द्वारा मेरी रचना ” अधूरा पर पूर्ण प्यार” का अवलोकन अपेक्षित है और यदि ठीक लगे तो अपनी यथा उचित समीक्षा टिप्पड़ी व वोट अवश्य प्रदान करें। सादर।
बहुत सुंदर रचना सोनी सिंह जी। वास्तव में तो नारी पूर्ण है उसकी सहृदयता है कि वो पुरुष को भी पूर्ण बनाती है। आपके द्वारा मेरी रचना ” अधूरा पर पूर्ण प्यार” का अवलोकन अपेक्षित है और यदि ठीक लगे तो अपनी यथा उचित समीक्षा टिप्पड़ी व वोट अवश्य प्रदान करें। सादर।