काव्य प्रतियोगिता पर कटाक्ष करना उचित नहीं है। वोट देने का आग्रह करना महज एक औपचारिकता है। वोट देने का निर्णय लेना एक व्यक्तिगत विषय है जिसके लिए किसी को बाध्य नहीं किया जा सकता है। आप स्वयं प्रतियोगिता मे सम्मिलित होकर समस्त कवि जनों का मखौल उड़ाएंगे यह आप से अपेक्षित नहीं है।
काव्य प्रतियोगिता पर कटाक्ष करना उचित नहीं है। वोट देने का आग्रह करना महज एक औपचारिकता है। वोट देने का निर्णय लेना एक व्यक्तिगत विषय है जिसके लिए किसी को बाध्य नहीं किया जा सकता है। आप स्वयं प्रतियोगिता मे सम्मिलित होकर समस्त कवि जनों का मखौल उड़ाएंगे यह आप से अपेक्षित नहीं है।