Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

??प्रियतम की प्रीत ख्वाब आँखों में था पलता ।
प्यार का खुमार भिनसार में भी चढ़ता ।। बहुत सुंदर लिखे हो भाई जबरदस्त । मैं आपको 31 वाँ वोट दे रहा हूँ ।?? मेरी रचना ” ये खत मोहब्बत के ” पर भी नजर डालें एवं वोट देने की कृपा करें । ??????

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
8 Feb 2021 09:46 AM

Thanks sir..
Sure..

Loading...