बहुत सुंदर रचना, “प्रेम नही उन शब्दों का जो शास्त्रों में लिखे इधर उधर” बहुत बढ़िया। मेरा वोट स्वीकार करें। कृपया मेरी रचना ‘प्रेम’का भी अवलोकन करें, सादर?।
You must be logged in to post comments.
बहुत सुंदर रचना,
“प्रेम नही उन शब्दों का जो शास्त्रों में लिखे
इधर उधर” बहुत बढ़िया। मेरा वोट स्वीकार करें। कृपया मेरी रचना ‘प्रेम’का भी अवलोकन करें, सादर?।