न खबर लगी न पता चला। प्यार का सिलसिला कब चला। मिट गए फासले ,ले लिए फैसले। “प्रेम “के लिए जब दिल मचला।। प्रणाम आदरणीय!
न खबर लगी न पता चला।
प्यार का सिलसिला कब चला।
मिट गए फासले ,ले लिए फैसले।
“प्रेम “के लिए जब दिल मचला।।
प्रणाम आदरणीय!