Dr.S.P. Gautam
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30 Jan 2021 08:21 AM
शुक्रिया
बहुत जबरदस्त पंक्तियां
ज़िंदगी जितनी भी मय़स्सर है ज़िंदादिली से जी ले !
वैसे तो ज़िंदा लाश उठाए सभी ज़िंदगी जी लेते हैं !
श़ुक्रिया !