Kumari Rashmi
Author
25 Jan 2021 05:10 PM
धन्यवाद सर ?
धन्यवाद सर ?
कुछ तुम्हारी बंदिशें हैं , कुछ है मेरे दायरे ,
जब मुकद्दर ही बने दुश्मन तो कोई क्या करे ,
श़ुक्रिया !