पुलिस में सेवा रत्त व्यक्तियों के कार्य क्षेत्र में दो पहलू अक्सर सामने आते हैं, जिनमें रोजमर्रा की जिंदगी में उनके द्वारा पीड़ित के प्रति निष्ठुरता, जिसके कारण वह सद्धिग्ध नजरों से देखा जाता है, लेकिन आपातकाल में पीड़ित की सहायता, उसे धैर्य देना, और उस समय जितनी भी सेवा की जा सकती है को कर दिखाना, तथा कभी कभी अपनी जान को भी दांव पर लगा देना, लेकिन यह अवसर कम ही लोगों को मिल पाते हैं और उनका प्रचार प्रसार भी करने विभाग के अधिकारी ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं! मैं समाज सेवा से जुड़े रहने के कारण पुलिस के इन दोनों रुप को नजदीक से देख चुका हूं! मेरी शुभकामनाएं!
पुलिस में सेवा रत्त व्यक्तियों के कार्य क्षेत्र में दो पहलू अक्सर सामने आते हैं, जिनमें रोजमर्रा की जिंदगी में उनके द्वारा पीड़ित के प्रति निष्ठुरता, जिसके कारण वह सद्धिग्ध नजरों से देखा जाता है, लेकिन आपातकाल में पीड़ित की सहायता, उसे धैर्य देना, और उस समय जितनी भी सेवा की जा सकती है को कर दिखाना, तथा कभी कभी अपनी जान को भी दांव पर लगा देना, लेकिन यह अवसर कम ही लोगों को मिल पाते हैं और उनका प्रचार प्रसार भी करने विभाग के अधिकारी ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाते हैं! मैं समाज सेवा से जुड़े रहने के कारण पुलिस के इन दोनों रुप को नजदीक से देख चुका हूं! मेरी शुभकामनाएं!