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गुलाब की हिफाजत बस ,कांटे ही किया करते हैं
गर करें कोशिश छूने की ,तो जख्म दिया करते हैं
वैसे ही हर दर पे फरियाद करते,आपके महफूज होने की ‘देव’
और लुटा के खुशियाँ अपनी ,गम आपके, माँग लिया करते हैं ?
कोटिशः आभार जी ?

निसन्देह, आपके खुबसूरत अल्फाजों से अवश्य रुबरु होन्गे जी ? हार्दिक बधाई ??

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