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कलयुग में इस प्रकार संवेदनहीन निष्ठुर स्वार्थी कपूतों की बहुत अधिक संख्या है , जो अपने व्यवहार से पतन के गर्त की ओर अग्रसर हो रहे हैं । ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे !

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